ब्लोगिंग आज के युग का बड़ा ही ज्वलंत मुद्दा है.जिसे देखिये ब्लॉग लिखता नज़र आता है . अमिताभ बच्चन से ले कर आमिर खान तक ,अटल बिहारी वाजपेई से ले कर मैं ,सब के सब ब्लोगिंग में व्यस्त हैं .
क्यों कि आज तक तो यह हाल था कि यदि आप को अपनी कोई भी, कैसी भी रचना प्रकाशित करानी हो, तो सब से पहले एक प्रकाशक के पद-कमलों कि वंदना करनी पड़ती थी .एक तो आज के ज़माने,जो इतना टेंसन-फुल है, में अच्छी रचनाएँ लिख पाना ही बड़ा दुष्कर कार्य है .ऊपर से इन प्रकाशकों को साधारण रचनाओं में मजा ही नहीं आता.अब आप ही बताओ साधारण जन-मानस तो साधारण ही लिखेगा ना.अब आम आदमी वैसे ही परेशान .अपनी परेशानियों जग-जाहिर करने के लिए जैसे -तैसे जो भी लिख पाया .अब उसे छपवाने के लिए इन महान प्रकाशवान आत्माओं के द्वार के चक्कर लगाते-लगाते ससुरी पेरगोन की चप्पल भी जवाब दे जाती है ;मगर धन्य हो ब्लोगर बाबा!जो आप ने अवतार लिया .ब्लोगर बाबा की धन्यता से मैं बहुत क्रतग्य हुआ हूँ .नहीं तो क्या आज मेरे जैसे साधारण लेखक की विचार-माला को असाधारन लोग कैसे पढ़ते.
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