रविवार

फ्रैंडशिप डे - दुनिया के लिए अमेरिका का उपहार

           आज बड़ी ही धूम-धाम से पूरे देश में फ्रैंडशिप डे मनाया जा रहा है ,यह बड़ा ही प्यारा उत्सव है दोस्ती का/आज के युग में , जहाँ चारों  ओर सिर्फ तनाव ही तनाव व्याप्त है ,सच्चे और अच्छे मित्रों की  ज़रूरत  बहुत ज्यादा है .और फिर दोस्तों की ज़रूरत तो ज़िन्दगी में हर कदम पर होती है .स्कूल से ले कर फिल्म देखने जाने तक ,नोट्स शेयर करने से लेकर गर्ल फ्रैंड के पापा को पटाने तक में ,जन्मदिन की पार्टी से ले कर अपनी शादी की पार्टी तक दोस्तों के बिना शायद खुशियों की कल्पना कर पाना असंभव सा प्रतीत होता है /कभी -कभी तो ऐसा  लगता है जैसे खुशियाँ और दोस्ती एक-दूसरे के पर्याय  हैं /आप ने अपने मित्रों को फ्रैंडशिप डे के पावन उत्सव पर बधाई सन्देश तो ज़रूर भेजे होंगे /मगर क्या आप  जानतें हैं की कैसे  इस फ्रैंडशिप डे के पावन उत्सव की शुरुआत कैसे हुई ?

                 दरअसल मित्रता के इस प्यारे से  रिश्ते को एक नया  आयाम  देने  के उद्देश्य से अमेरिकन कांग्रेस ने 1935 में यह तय किया क़ि दोस्ती के इस रिश्ते के लिए एक दिन का उत्सव मनाया जाये ताकि इस दिन हम अपने जीवन के उन सभी दोस्तों को एक बार फिर याद करें जिन के साथ हम ने ख़ुशी के वो अमूल्य पल बिताये थे जो आज भी हमारे लिए बहुत याद आतें हैं .और उन को भी जिन के साथ हम ने थोड़े मगर बहुत ही प्यारे से पल बिताये ,और किन्हीं कारणों से आज वो हमारे पास नहीं हैं.और यह निश्चित किया गया क़ि अगस्त के पहले रविवार को यह उत्सव मनाया जायेगा .और इस तरह अमेरिकन सरकार ने एक औपचारिक उदघोशना  बाद ,इस दिन को एक सरकारी अवकाश घोषित कर दिया .

                     और इस तरह इस प्यारे से रिश्ते के लिए ,फ्रैंडशिप डे नाम का उत्सव दुनिया को उपहार स्वरुप दिया गया ,सच मानिये वह पहला साल अमेरिका के इतिहास का सब से खूबसूरत साल बना ,यह उत्सव अपने उद्देश्य के लिए बहुत -बहुत सफल रहा और तो और यह उत्सव सिर्फ अमेरिका तक ही सीमित  नहीं रहा ,बल्कि बहुत सारे अन्य देशों ने भी इस उत्सव को अडाप्ट किया को आज हम देख रहें क़ि लगभग पूरे विश्व में यह उत्सव मनाया जाता है .
                        और हम भारतीय तो बहुत अच्छी तरह से समझतें है इस पवित्र रिश्ते को .तभी तो हमारी मित्रता सिर्फ इंसानों तक ही सीमित न रह कर दुसरे  प्राणियों से भी होती है .हमारे पौराणिक हीरो श्री राम ने वानर जाति से मित्रता कर के एक नया और अद्भुत उदहारण पूरे मानव समाज के सामने प्रस्तुत किया था.आज एक बार फिर आवश्यकता है क़ि हम अपने मैत्री के संबंध को विस्तृत बनायें और प्रकृति के साथ भी अपने मैत्री -पूर्ण संबंध बनायें ,और इसे कदम उठाये क़ि हमारी प्रकृति-पर्यावरण जो हमारे सब से अच्छे और शुभ-चिन्तक मित्र हैं .उनके ऊपर जो खतरे छा रहें हैं,हम उन खतरों से उसे मुक्ति दिलाएं क्योंकि हमारा प्रयास करना ही कम-से-कम  यह एहसास देता है क़ि- हाँ !हमने प्रयास तो किया.प्रयास करना ही तो हमारे हाथ में है .
                   आज फ्रैंडशिप डे के पावन उत्सव में आइये हम सपथ लें क़ि मित्रता के इस पवित्र रिश्ते को हम सिर्फ मानव -मानव तक सीमित नहीं रहने देंगे अपितु प्रकृति हर प्राणी के साथ मैत्री पूर्ण व्यवहार करेंगे.
क्यों क़ि हमारी सभ्यता है - विश्व बंधुत्व 


 (COMPLETE WORLD IS MY FRIEND-EITHER HUMAN OR NON-HUMAN)














ADD TO:
 
BlinkBlink
 
Del.icio.usDel.icio.us
 
DiggDigg
 
FurlFurl
 
GoogleGoogle
 
YahooY! MyWeb
 
MyspaceMyspace
OrkutOrkut
 
TwitterTwitter
 
FacebookFacebook

2 टिप्‍पणियां:

कृपा कर के अपनी टिपण्णी जरुर लिखें .इस से मेरा हौंसला बढेगा.आप पूरी स्वतंत्रता के साथ अपने विचार छोड़ सकते हैं ,आप विचार हमारे लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैं -और हाँ अपना नाम लिखना मत भूलियेगा - धन्यवाद /